महाराणा प्रताप साहस,त्याग एवं बलिदान के साक्षात मूर्ति थे - मुख्यमंत्री

खटीमा -मुख्यमंत्री श्री हरीश  रावत ने कहा कि महाराणा प्रताप साहस,त्याग एवं बलिदान के साक्षात मूर्ति थे। महाराणा प्रताण ने आजादी की लौ जागृत की। उनके त्याग एवं बलिदान को कोई भी सभ्यता नही भुंला सकती है। उन्होंने कहा कि राणाप्रताप की वीरता की गाथायें आज भी लोग याद करते है हर समाज के लोग उनको मानते थे उनकी सेना में दलित,भील समुदाय के साथ ही अन्य समाज के लोग थें। महाराणा प्रताप पशु प्रेमी भी थे जहां राणा प्रताप की चर्चा आती वही उनके घोडा चेतक का भी नाम आता है। मुख्यमंत्री ने राणा थारू परिषद में राणा प्रताप की प्रतिमा के साथ ही उनकी पत्नी की भी प्रतिमा स्थापित किये जाने की धोशणा की।

 
मुख्यमंत्री श्री रावत आज खटीमा राणा थारू परिषद के तत्वाधान में आयोजित महाराण प्रताप की जयन्ती के अवसरपर मुख्य अतिथि बतौर जनता को सम्बोधित कर रह थें। इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने महाराणा प्रताण की मूर्ति पर दीप प्रज्जवलित कर कार्यक्रम का शुभारमभ किया । उन्होंने आयोजकों को बधाई देते हुये कहाकि उन्हें इस बात की खुशी है कि उन्होंने अपनी थारू विरासत को सहेज कर रखा है प्रत्येक समाज का कर्तव्य है वह अपनी विरासत के सम्र्वधन व सरक्षण के लिये प्रयत्नषील रहे। उनहोंने कहा कि सरकार थारू समाज के साथ प्रत्येक प्रदेशवासी के सर्वागीण विकास के लिये प्रतिबद्ध है। 
इस मौके पर मुख्यमंत्री ने क्षेत्र के विकास के लिये कई घोषणायें की। उन्होंने गठित थारू महिला स्वंय सहायता समूहों एवं महिला मंगल दलों को 75-75 हजार रूपये की आर्थिक सहायता देने की घोषणा की । इसके साथ खटीमा में तीन आश्रम पद्धति विद्यालयों को उच्चीकृत किये जाने,नानकमत्ता में महिला आईटीआई की निर्मित किये जाने की,राणा थारू विकास परिशद भवन में महाराणा प्रताप के साथ ही उनकी पत्नी की भी प्रतिमा स्थापित किये जाने,मेलाघाट से ममता नर्सिग होम के इषा खां के मकान तक 280 मीटर नाला निर्माण किये जाने,महाराणा प्रताप जयन्ती मनाये जाने के लिये प्रतिवर्श 2 लाख की धनराशी दिये जाने,सीमान्त ग्राम बग्घा में सडक निर्माण की स्वीकृति,ग्राम रतनुपरा में खेल के मैदान की मांग मुख्यमंत्री ने खेल के मैदान हेतु प्रस्ताव तैयार कर षासन को उपलब्ध कराये प्रस्ताव आने पर खेल का मैदान स्वीकृत हो जायेगा। सैजना व पहेनिया के मध्य गन्ना केन्द्र खोलने की बात कीं। उन्होंने जिलाधिकारी के माध्यम से प्रस्ताव भजने को कहा। उन्होंने महाराणा प्रताप की विरासत को बनाये रखने के लिये सिडकुल के अधिकारियों को अपने संषाधनों से सिडकुल क्षेत्र में ही संग्रहाल्य /पुस्तकालय बनाने के निर्देष दिये। श्री रावत ने थारू समाज की महिलाओ द्वारा तैयार की जा रही हस्तशिल्प उत्पादों को बाजार देने के लिये जनपद में मुख्य स्थान पर क्रय केन्द्र उपलब्ध कराने की बात कही । उन्होंने शिक्षा विभाग को निर्देश  दिये कि थारू ,बुक्सा समाज के प्रतिभाओं को तरासने के लिये अलग से कोश स्थापित किया जाय तथा विभाग इसका स्वरूप प्राथमिकता से तैयार करें। उन्होंने जिलाधिकारी को निर्देश दिये गरीबों को स्वास्थ्य बीमा योजना का लाभ शीघ्र मिले लिहाजा स्वास्थ्य बीमा कार्ड बनाने के कार्य में तेजी लायी जाय। 
मुख्यमंत्री ने कहा कि आपदा से प्रभावित किसानों को मुआवजे के तौर पर 227 करोड की धनराशि इस मद में उपलब्ध करा दी गई है तथा न्यूतमम तौर पर प्रत्येक किसान को 15 सोेै रूपये की मदद दी जा रही है। उन्होंने बताया है किसानों के नुकसान की भरपाई के लिये केन्द्र सरकार से अतिरिक्त धनराशी की मांग की गई है। कार्यक्रम में परिषद के अध्यक्ष नरेन्द्र सिह राणा,उपाध्यक्ष गोपाल सिंह राणा व ब्लाक प्रमुख दानसिंह राणा, उपाध्यक्ष युवा कल्याण परिशद हरीश बोरा, उपाध्यक्ष सफाई कर्मचारी संघ सन्तोश गौरव,निर्माणसलाहकार समिति के महेष जोशी ने विचार व्यक्तकिये । इस अवसर पर हरीष पनेरू,सुरेश गगवार,नारायण सिंह बिश्ट,राजू जुनेजा,साहव सिंह के अलावा संगठन के तमाम पदाधिकारी मौजूद थें। 
इससे पूर्व मुख्यमंत्री ने आकाश  होण्डा शोरूम का फीता काटकर उद्घाटन किया। इस मौके पर शोरूम के स्वामी चैधरी देवेन्द्र सिंह,जितेन्द्र चैधरी,आकाश  चैधरी भुवन कापरी आदि लोग उपस्थित थें।

इनसाइड कवरेज न्यूज़ - www.insidecoverage.in, www.kashipurcity.com, www.adpaper.in